UP Panchamrut Yojana:- उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक किसान गन्ना उत्पाद से जुड़े हुए हैं। जिसके लिए अब प्रदेश सरकार ने इन किसानों की आय में वृद्धि, गन्ने की उपज को बढ़ाने और गन्ने की गुणवत्ता में ओर अधिक सुधार लाने के लिए एक नई योजना को शुरू किया है। जिसका नाम यूपी पंचामृत योजना है। यह किसानों को आधुनिक उत्पाद की पांच विधियों को समझायगी।
यह विधियां ट्रेंच, पेड़ी प्रबंधन, ड्रिप इरिगेशन, मल्चिंग और सहफसल है। अब राज्य में शरदकालीन गन्ने की बुवाई करने वाले किसानों को जागरुक करने हेतु जिला गन्ना अधिकारी से लेकर गन्ना विभाग के अन्य अधिकारी गांव में जाकर इस पंचामृत विधा के बारे में जागरूक करने का काम कर रहे हैं। ताकि अधिक से अधिक किसान इस योजना से जुड़े और इसकी आधुनिक विधि को समझें। अगर आप भी एक किसान है और UP Panchamrut Yojana के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।
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UP Panchamrut Yojana 2024
UP Panchamrut Yojana 2024 को प्रदेश मे खेती की पांच आधुनिक विधियों ट्रेंच, पेड़ी प्रबंधन, ड्रिप इरिगेशन, मल्चिंग और सहफसल को शामिल करके नियोजित किया गया है। किसानों को इन पांचों विधियों का अलग-अलग लाभ प्राप्त होगा जैसे- ड्रिप इरिगेशन से पानी की खपत 50 से 60 फ़ीसदी कम होगी और नमी बनाएं रखने से पौधों की पैदावार अच्छी होगी। इसके अलावा पत्तियां मल्चिंग के काम आएगी जिससे इन्हें जलाने नहीं पड़ेगा और इन्हें जलाने से होने वाले प्रदूषण की समस्या भी हल हो जाएगी। कालांतर में यह पत्तियां समय के साथ सड़कर खाद बनकर खेती को प्राकृतिक रूप से उर्वर बनाएगी। जिसे गन्ना उत्पादन की लागत में कमी आएगी और साथ ही गुणवत्तायुक्त गन्ने का उत्पादन होगा। आने वाले समय में यूपी पंचामृत योजना प्रदेश में गन्ना उत्पादन क्षेत्रों को विकसित करेगी और किसानों की आय में तेजी से वृद्धि करेगी।
यूपी पंचामृत योजना के बारे में जानकारी
योजना का नाम | UP Panchamrut Yojana |
संबंधित विभाग | उत्तर प्रदेश गन्ना विकास विभाग |
शुरू की गई | उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा |
लाभार्थी | राज्य के किसान |
उद्देश्य | गन्ना उत्पादन लागत को कम करना और किसानों की आय में वृद्धि करना |
साल | 2024 |
योजना का प्रकार | राज्य सरकारी योजना |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
ऑफिशियल वेबसाइट | जल्द ही लांच की जाएगी |
UP Panchamrut Yojana के माध्यम से होगी किसानों की आय में वृद्धि
जैसे कि आप सभी लोग जानते हैं कि हमारे देश में शरदकालीन गन्ने की खेती के लिए 15 सितंबर से 30 सितंबर तक का समय उपयुक्त होता है और इस सीजन में गन्ने का उत्पादन बसंत कालीन सीजन के मुकाबले अधिक होती हैं। अब इस सीजन में बोए जाने वाले गन्ने के साथ किसान गन्ने की दो लाइनों के बीच आलू, धनिया, टमाटर, गोभी, लहसन गेहूं की सहफसली खेती कर सकते हैं। लेकिन सहफसली खेती करने की शर्त यह है कि इन फसलों के लिए अतिरिक्त पोषक तत्व अलग से दें। इस प्रकार सहफसली खेती करने से किसानों की आय में वृद्धि होगी। UP Panchamrut Yojana के माध्यम से जिन प्लांटों पर खेती की जाएगी उन्हें आदर्श मॉडल के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश पंचामृत योजना 2024 का उद्देश्य
इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य गन्ने के उत्पादन से जुड़े किसानों की आय में वृद्धि करना और कम लागत पर अधिक गुणवत्तायुक्त गन्ने का उत्पादन करना है। जिसके लिए इस योजना के तहत पांच आधुनिक तकनीकों को ट्रेंच, पेड़ी प्रबंधन, ड्रिप इरिगेशन, मल्चिंग और सहफसल को शामिल किया गया है। अब उत्तर प्रदेश पंचामृत योजना 2024 को अपनाकर किसान कम लागत पर गन्ने की खेती कर सकेंगे जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी। इस योजना के प्रति जागरूक करने के लिए राज्य के प्रत्येक जिला गन्ना अधिकारी अपने अपने जिले के गांव में जाकर इस योजना के बारे में बताएंगे। इसके अलावा राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में इस योजना के तहत आदर्श मॉडल को भी स्थापित किया जाएगा। जिससे राज्य के सभी किसान इस योजना के लाभो को भली-भांति जान सके और Panchamrut Yojana UP से जुड़कर अपनी आय में वृद्धि कर सकें।
UP Panchamrut Yojana के लाभ एवं विशेषताएं
- उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अपने राज्य के गन्ने की खेती से जुड़े किसानों के हित में UP Panchamrut Yojana को लॉन्च किया गया है।
- इस योजना को शुरू करने का मुख्य लक्ष्य उत्पादन लागत को कम करके किसानों की आय में वृद्धि करना है।
- यह योजना पांच आधुनिक विधियां ट्रेंच, पेड़ी प्रबंधन, ड्रिप इरिगेशन, मल्चिंग और सह-फसल को शामिल करके नियोजित की गई है।
- प्रदेश के किसानों को इन पांचों विधियों का अलग-अलग लाभ प्राप्त होगा।
- ड्रिप इरिगेशन से पानी की खपत 50 से 60 फ़ीसदी तक कम आएगी और नमी बनाएं रखने से पौधों की पैदावार अच्छी होगी।
- पत्तियां मल्चिंग के काम आएगी जिससे इन्हें जलाने नहीं पड़ेगा और इन्हें जलाने से होने वाले प्रदूषण की समस्या भी हल हो जाएगी।
- इसके अलावा यह पत्तियां समय के साथ सड़कर खाद बन जाएंगी जो खेती को प्राकृतिक रूप उर्वरी बनाएंगी।
- अब पंचामृत योजना यूपी 2024 के माध्यम से किसान गन्ने के दो लाइनों के बीच में आलू, गोभी, लहसुन, अदरक धनिया, प्याज की सहफसली खेती भी कर सकते हैं। जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
- इस योजना के तहत शरदकालीन बुवाई के समय प्रारंभिक तौर पर राज्य के कुल 2028 किसानों का चयन करके गन्ना खेती के आदर्श मॉडल प्लांट स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया जा रहा है।
- इन आदर्श मॉडल प्लांट स्थापित करने के लिए प्लांट का रकबा 0.5 होगा जो राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में स्थापित किए जाएंगे।
- यह आदर्श मॉडल प्लांट इसलिए स्थापित किए जाएंगे ताकि अन्य किसान इन्हें देखें और इस आधुनिक तकनीक वाली योजना को अपनाएं।
- अब इस योजना के माध्यम से किसान गन्ने के दो लाइनों के बीच में आलू, गोभी, लहसुन, अदरक धनिया, प्याज की सहफसली खेती भी कर सकते हैं। जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
- Panchamrut Yojana Uttar Pradesh के माध्यम किसान खेती की आधुनिक तकनीकों को जानकर कम लागत पर अच्छी क्वालिटी के गन्ने का उत्पादन कर सकेंगे और साथ ही अपनी आय में वृद्धि कर सकेंगे।
पंचामृत योजना पात्रता एवं आवश्यक दस्तावेज
- आवेदक को एक किसान होना चाहिए।
- उत्तर प्रदेश के किसानों ही इस योजना के तहत आवेदन करने के पात्र हैं।
- आधार कार्ड
- खेती से जुड़े दस्तावेज
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- बैंक खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
यूपी पंचामृत योजना 2024 के तहत आवेदन कैसे करें?
उत्तर प्रदेश के जो इच्छुक किसान इस योजना के तहत अपना आवेदन प्रस्तुत करना चाहते हैं उन्हें अभी थोड़ा इंतजार करना होगा। क्योंकि प्रदेश सरकार द्वारा यूपी पंचामृत योजना को अभी केवल शुरू करने की घोषणा की गई है। जल्द ही सरकार इस योजना को राज्य में लागू कर देगी जब सरकार द्वारा इस योजना को राज्य में लागू कर दिया जाएगा और इस योजना के तहत आवेदन से जुड़ी जानकारी को सार्वजनिक कर दिया जाएगा तो हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से अवश्य सूचित कर देंगे। इसलिए आपसे निवेदन है कि हमारे इस आर्टिकल के साथ बने रहें।