Mahatma Gandhi Rural Industrial Park Yojana Online Registration | महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना ऑनलाइन आवेदन, MGRIP Yojana लाभ एवं पात्रता
गांधी जयंती के अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना का शुभारंभ किया है। छत्तीसगढ़ के ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए रोजगार और आय के साधन उपलब्ध कराने के लिए गाँवों के गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (RIPA) के रूप में विकसित किया जाएगा। राज्य के विभिन्न जिलों में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का शिलान्यास किया गया है। सीएम का कहना है कि महात्मा गांधी के आत्मनिर्भर और स्वावलंबी गाँवों के सपने को साकार करने में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से Mahatma Gandhi Rural Industrial Park Yojana से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएंगे। तो आइए जानते हैं कि MGRIP Scheme क्या है, इसके उद्देश्य, लाभ, पात्रता, विशेषताएं, आवेदन प्रक्रिया आदि।

Mahatma Gandhi Rural Industrial Park Yojana 2023
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए रोजगार और आय के साधन उपलब्ध कराने के लिए गांधी जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर 2022 को महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना की शुरुआत की है। महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना के संचालन के लिए राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों को आजीविका के केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए 300 गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है।
Mahatma Gandhi Rural Industrial Park Yojana के तहत इन गौठानों में वर्मी कंपोस्ट, मुर्गी पालन, बकरी पालन, कृषि उत्पादों, फसलों और लघु वनोपज के प्रसंस्कण इकाइयां स्थापित करने के काम किए जा रहे हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का भूमिपूजन और शिलान्यास किया गया है। इस योजना के माध्यम से गांवों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मजबूती से कदम उठाया गया है।
महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना Key Highlights
योजना का नाम | Mahatma Gandhi Rural Industrial Park Yojana |
शुरू की गई | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी द्वारा |
लाभार्थी | छत्तीसगढ़ के ग्रामीण गरीब परिवार |
उद्देश्य | रोजगार और आय के साधन उपलब्ध कराने के लिए गांव के गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित करना |
बजट राशि | 600 करोड़ रुपए |
आवेदन प्रक्रिया | अभी उपलब्ध नहीं |
आधिकारिक वेबसाइट | जल्द ही लॉन्च होगी |
रूलर इंडस्ट्रियल पार्क विकसित करने के लिए 600 करोड़ रुपए का प्रावधान
Mahatma Gandhi Rural Industrial Park Yojana के लिए छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले में गौठानों को इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा। वर्तमान वित्तीय वर्ष के बजट में महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना के लिए सरकार द्वारा 600 करोड़ रुपए का बजट का प्रावधान किया गया है। सभी स्वीकृत रूरल इंडस्ट्रियल पार्क को एक एक करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध कराई गई है। इस योजना के तहत पहले चरण में लगभग 300 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क विकसित किए जाएंगे। जिसके लिए गौठानों में एक से 3 एकड़ भूमि पार्क के लिए आरक्षित की गई है।
राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के संगठनों को आजीविका के केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जा रहे हैं। इन गतिविधियों से युवाओं को रोजगार और आय के अवसर मिलेंगे और बड़ी संख्या में स्व सहायता समूह की महिलाओं को भी लाभ प्राप्त होगा। पहले चरण में हर एक विकासखंड (जिले) में दो रूरल इंडस्ट्रियल पार्क निर्मित किए जाएंगे। जिसका नोडल विभाग पंचायत एवं ग्रामीण विभाग होगा।
Rural Industrial Park Yojana का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ के ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए रोजगार और आय के साधन उपलब्ध कराने के लिए गाँवों के गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित करना है। राज्य के विभिन्न जिलों में 300 गौठानों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया गया है। इस योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नागरिकों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मजबूती से कदम उठाया गया है। गांधी जी का मूल मंत्र है कि श्रम का सम्मान करें। इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना का शुभारंभ किया गया है।
इस योजना के माध्यम से महात्मा गांधी के आत्मनिर्भर गांव का सपना पूरा होगा। गांधी जी ने ग्राम स्वराज की कल्पना की थी उसे साकार करने के लिए राज्य सरकार बड़ी संख्या में स्व सहायता समूह की महिलाओं और युवाओं को रोजगार के अवसर देगी। जिससे राज्य में बेरोजगारी दर में गिरावट आएगी और राज्य के गरीब नागरिक अपना जीवन स्तर अच्छे से व्यतीत कर सकेंगे।
Mahatma Gandhi Rural Industrial Park Yojana की विशेषताएं
महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना के कार्यान्वयन के लिए रूरल इंडस्ट्रियल पार्कों में वर्किंग सेट और एप्रोच रोड का निर्माण किया जाएगा। साथ ही बिजली पानी की भी व्यवस्था की जाएगी। राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इस योजना के तहत स्वीकृत गांव में विकसित किए गए गौठानों में वर्मी कंपोस्ट के निर्माण, बकरी पालन, मुर्गी पालन, कृषि उद्योग और लघु वनोपज के प्रसंस्कण स्थापित की जा रही है। इसी के साथ ही आटा चक्की, दाल मिल, तेल मिल की स्थापना भी की जा रही है। जिसके लिए सरकार द्वारा 600 करोड़ रुपए का का प्रावधान किया गया है। इन गतिविधियों से ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी संख्या में स्व सहायता समूह की महिलाओं और युवाओं को रोजगार के अच्छे अवसर मिलेंगे। साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति में भी बदलाव होगा।
महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना के लाभ
- महात्मा गांधी रूरल इंडस्टरीज पार्क योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले में गौठानों को इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा
- छत्तीसगढ़ के ग्रामीण गरीब परिवारों इस योजना के माध्यम से रोजगार और आय के साधन उपलब्ध होंगे।
- राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के संगठनों को आजीविका के केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जा रहे हैं।
- इन गतिविधियों से युवाओं को रोजगार और आय के अवसर मिलेंगे और बड़ी संख्या में स्व सहायता समूह की महिलाओं को भी लाभ प्राप्त होगा।
- पहले चरण में हर एक विकासखंड (जिले) में दो रूरल इंडस्ट्रियल पार्क निर्मित किए जाएंगे। जिसका नोडल विभाग पंचायत एवं ग्रामीण विभाग होगा।
- राज्य सरकार द्वारा बड़ी संख्या में स्व सहायता समूह की महिलाओं और युवाओं को रोजगार के अवसर दिए जाएंगे।
- जिससे राज्य में बेरोजगारी दर में गिरावट आएगी और राज्य के गरीब नागरिक अपना जीवन स्तर अच्छे से व्यतीत कर सकेंगे।
Mahatma Gandhi Rural Industrial Park Yojana के लिए पात्रता
- महात्मा गांधी रूरल इंडस्टरीज पार्क योजना के लिए आवेदक को छत्तीसगढ़ का मूल निवासी होना चाहिए।
- इस योजना के लिए राज्य के बेरोजगार युवा पात्र होगे।
- स्व सहायता समूह की महिलाएं इस योजना के पात्र होगी।
महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा गांधी जयंती के अवसर पर महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना की घोषणा की गई है। इस योजना की पहल राज्य के गरीब परिवारों के लिए रोजगार और आय के अवसर उपलब्ध कराने के लिए गाँवों के गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित करने के लिए की गई है। महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पाठ योजना के लिए राज्य सरकार द्वारा आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी उपलब्ध नहीं की गई है। जैसे ही सरकार आवश्यक दस्तावेजों के बारे में कोई भी सूची जारी करेगी तो हम आपको इस लेख के माध्यम से सूचित कर देंगे।
Mahatma Gandhi Rural Industrial Park Yojana 2023 के तहत आवेदन कैसे करें
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा केवल अभी महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्री पार्क योजना की घोषणा की गई है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन प्रक्रिया उपलब्ध नहीं की गई है। आवेदन करने के लिए सरकार द्वारा कोई अधिकारिक वेबसाइट लॉन्च नहीं की गई है। जैसे ही सरकार इस योजना का आवेदन करने के लिए अधिकारिक वेबसाइट लॉन्च करेगी। तो हम आपको इस लेख के माध्यम से सूचित कर देंगे। अभी आपको महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्री पार्क योजना की अधिकारिक वेबसाइट लॉन्च होने का इंतजार करना होगा।