Paramparagat Krishi Vikas Yojana:- देश के किसान नागरिकों को जैविक खेती करने के लक्ष्य से सरकार द्वारा परम्परागत कृषि विकास योजना की शुरुआत की गई है। परम्परागत कृषि विकास योजना के माध्यम से जैविक कृषि करने हेतु किसान नागरिकों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। यह योजना सॉइल हेल्थ योजना के तहत शुरू की गई है। PKVY के माध्यम से जैविक खेती का स्थाई मॉडल का विकास एवं आधुनिक विज्ञान के मिश्रण को सुनिश्चित किया जाएगा। मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाना इसका मुख्य कार्य है। यह जैविक क्रिया के अंतर्गत कृषि रसायनों का उपयोग किए बिना स्वस्थ भोजन के उत्पादन में सहयोग करता है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से Paramparagat Krishi Vikas Yojana से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएंगे।
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Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2024
भारत सरकार द्वारा परम्परागत कृषि विकास योजना को शुरू किया गया है। PKVY के माध्यम से जैविक खेती करने के लिए किसान नागरिकों को प्रोत्साहित किया जाएगा। जिसके लिए किसान नागरिकों को इस योजना के तहत आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाएगा। ऑर्गेनिक रूप से उत्पादन करने के लिए कृषि के क्षेत्र में एक बेहतर कदम उठाया गया है। जिससे मिट्टी की गुणवत्ता को भी बढ़ाया जाएगा। आधुनिक रूप से Paramparagat Krishi Vikas Yojana के माध्यम से पारंपरिक ज्ञान एवं आधुनिक विज्ञान के माध्यम से जैविक खेती के स्थाई मॉडल को विकसित किया जाएगा। परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत कलस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदनो के लिए प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन और विपरण के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना को सॉइल हेल्थ योजना के अंतर्गत आरंभ किया गया है। किसान नागरिकों को इस योजना के अंतर्गत जैविक खेती करने के लिए 3 वर्ष की अवधि के लिए 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद प्राप्त होगी।
परम्परागत कृषि विकास योजना के बारे में जानकारी
योजना का नाम | Paramparagat Krishi Vikas Yojana |
योजना का कार्यान्वयन | भारत सरकार द्वारा |
लाभार्थी | देश के किसान |
उद्देश्य | जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना |
मंत्रालय | कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय |
सहायता राशि | 50 हजार रुपए |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन एवं ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | https://ncof.dacnet.nic.in/ |
Paramparagat Krishi Vikas Yojana का उद्देश्य
भारत सरकार द्वारा इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य जैविक खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करना है। परम्परागत कृषि विकास योजना के माध्यम से जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा और किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। जैविक खेती को कलस्टर मोड में बढ़ावा देने के लक्ष्य से भी इस योजना को आरंभ किया गया है। इसके अलावा मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ाने में भी यह योजना काफी लाभकारी साबित होगी। जिसके माध्यम से रासायनिक मुक्त एवं पौष्टिक भोजन का उत्पादन हो सकेगा। आपको बता दें कि जैविक खेती में कम कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है। जिसकी वजह से परम्परागत कृषि विकास योजना नागरिकों की सेहत में सुधार करने के लिए भी लाभकारी साबित होगी।
PKVY Yojana के अंतर्गत मॉडल ऑर्गेनिक फार्म
पारंपारिक भूमि को मॉडल ऑर्गेनिक फार्म के माध्यम से 1 हेक्टेयर के जैविक कृषि पद्धति में परिवर्तित किया जाएगा। किसानों को विभिन्न नवीनतम तकनीकों से संबंधित जानकारी भी इस योजना के माध्यम से प्रदान की जाएगी। ताकि जैविक खेती उचित प्रकार से कर सकें। एक संगठन को 1 वर्ष में न्यूनतम 3 मॉडल आवंटित किए जाएंगे।
परम्परागत कृषि विकास योजना के मुख्य बिंदु
- परम्परागत कृषि विकास योजना का शुभारंभ भारत सरकार द्वारा किया गया है।
- जैविक खेती करने से मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार होगा।
- परम्परागत कृषि विकास योजना के माध्यम से कम खर्चे वाली पारंपरिक तकनीकी और अनुकूल प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना है। और अकार्बनिक रसायन वाली खेती को कम करना है।
- PKVY के लिए पैसों की फंडिंग करने में केंद्र सरकार द्वारा 60% और राज्य सरकार द्वारा 40% खर्च करेंगी।
- कृषि विकास योजना के अंतर्गत किसानों को कलस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदनो के लिए प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन विवरण के लिए 3 वर्ष के लिए 50,000 प्रति हेक्टेयर की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
- इस योजना के माध्यम से कृषि उत्पादन कीटनाशक अवशेष से मुक्त होगा।
- इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और कृषि से संबंधित व्यापारियों का बाजार तैयार होगा। जिससे उपभोक्ताओं की सेहत में सुधार होगा।
- देश में परम्परागत कृषि विकास योजना के द्वारा भागीदारी गारंटी प्रणाली (पीडीएस) को बढ़ावा देना है।
Paramparagat Krishi Vikas Yojana के लाभ एवं विशेषताएं
- किसानों की को ऑर्गेनिक रूप में खेती करने का परम्परागत कृषि विकास योजना के माध्यम से अवसर मिलेगा।
- यह योजना किसानों को कृषि से संबंधित उत्पादों को जैविक रूप में खेती करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
- मिट्टी की उर्वरता को एक विशेष प्रकार का बढ़ावा इस योजना के माध्यम से मिलेगा।
- जैविक खेती करने के लिए इस योजना के माध्यम से किसान नागरिकों को सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
- 8800 रुपए मूल्यवर्धन एवं वितरण के लिए किसान नागरिकों को सरकार द्वारा प्रदान किए जाएंगे।
- Paramparagat Krishi Vikas Yojana के अंतर्गत 3 वर्ष की अवधि के लिए किसान नागरिकों को 50 हजार प्रति हेक्टेयर के अनुसार सहायता प्रदान की जाएगी।
- PKVY के माध्यम से किसान नागरिकों को बीजों, कीटनाशकों, जैविक उर्वरक हेतु सरकार द्वारा 31 हजार रुपए की धनराशि प्रदान की जाएगी।
- पिछले 4 सालों की अवधि में 1197 करोड़ रुपए की राशि इस योजना के कार्यान्वयन के लिए खर्च की गई है।
- कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा वर्ष 2015-16 में केमिकल से मुक्त जैविक खेती को कलस्टर रूप में बढ़ावा देने के लक्ष्य से शुरू किया गया था।
- 3 हजार रुपए की राशि प्रति हेक्टेयर के अनुसार कलस्टर निर्माण एवं क्षमता निर्माण के लिए प्रदान की जाएगी।
- योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि किसान नागरिकों के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की जाएगी।
परम्परागत कृषि विकास योजना के लिए पात्रता
- परम्परागत कृषि विकास योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक को भारत का मूल निवासी होना चाहिए।
- आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- इस योजना के तहत आवेदक कृषि के कार्य संबंधित होना चाहिए।
- परम्परागत कृषि विकास योजना हेतु आवेदन करने के लिए किसान के पास सभी प्रकार के आवश्यक दस्तावेज होने चाहिए।
PKVY Scheme के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- आयु प्रमाण पत्र
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक खाता पासबुक
- राशन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
Paramparagat Krishi Vikas Yojana के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया
- सर्वप्रथम आपको परम्परागत कृषि विकास योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
- होम पेज पर आपको Apply Now के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- क्लिक करते ही आपके सामने आवेदन फॉर्म खुल जाएगा।
- अब आपको आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे आपका नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि दर्ज करना होगा।
- जानकारी दर्ज करने के बाद आपको सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अपलोड करना होगा।
- अब आपको Submit के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार आप सफलता पूर्वक परम्परागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकेंगे।
PKVY पोर्टल पर लॉगइन करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको परम्परागत कृषि विकास योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको लॉगइन के ऑप्शन पर क्लिक करना।
- लॉगइन के ऑप्शन पर क्लिक करते ही आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा।
- इस पेज पर आपको यूजर नेम, पासवर्ड तथा कैप्चा कोड दर्ज करना होगा।
- अब आपको Login के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इस तरह आप पोर्टल पर लॉगइन कर सकेंगे।
कॉन्टेक्ट डीटेल्स देखने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको परम्परागत कृषि विकास योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
- होम पेज पर आपको Contact Us के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा।
- इस पेज पर आप कांटेक्ट डिटेल्स देख सकते हैं।