Haryana Fasal Vividhikaran Yojana:- हरियाणा राज्य सरकार द्वारा राज्य में फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने एवं किसानों की आय में वृद्धि करने हेतु हरियाणा फसल विविधीकरण योजना का शुभारम्भ किया गया है। इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा किसानो को धान की फसल को छोड़कर अन्य फसलें जैसे-कपास, मक्का, दलहन, जवार, अरंडी, मूंगफली, सब्जी एवं फल की खेती करने पर प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। जिससे राज्य मे फसलो की पैदावार मे बढ़ोतरी होगी और किसानो की आय में भी वृद्धि होगी। यदि आप हरियाणा राज्य के निवासी है और Haryana Crop Diversification Scheme के तहत आवेदन कर लाभ प्राप्त करना चाहते है तो आज हम आपको हरियाणा फसल विविधीकरण योजना से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करने जा रहे है। जैसे इसके लाभ, उद्देश्य, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया आदि के बारे में बतायेगे।
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हरियाणा फसल विविधीकरण योजना 2024 के बारे में
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी ने राज्य के किसानो को खेती के लिए प्रोत्साहित करने हेतु हरियाणा फसल विविधीकरण योजना का शुभारम्भ किया है। इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा किसानो को धान की फसल को छोड़कर अन्य दूसरी फसलों जैसे-कपास, मक्का, दलहन, जवार, अरंडी, मूंगफली, सब्जी एवं फल की खेती करने पर 7000/- रूपए प्रति एकड़ के हिसाब से किसानो को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। इन फसलों को सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर भी खरीदा जाता है।
जानकारी के लिए बता दे कि 1 किलो चावल उगाने में औसतन 300 लीटर पानी की आवश्यकता पडती है। इसलिए राज्य के किसानों को धान की खेती छोड़कर अन्य कम पानी व कम लागत वाली फसलों की बुवाई करने के लिए प्रोत्साहन राशि देकर प्रोत्साहित किया जा रहा है। ताकि किसान निरन्तरता के साथ खेती कर सके। इस योजना से किसानों को तो फायदा होगा साथ ही साथ राज्य के भूजल स्तर को भी नियंत्रित किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री प्रगतिशील किसान सम्मान योजना
Key Highlights Haryana Fasal Vividhikaran Yojana 2024
योजना का नाम | हरियाणा फसल विविधीकरण योजना |
आरम्भ की गई | मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी के द्वारा |
लाभार्थी | राज्य के किसान |
उद्देश्य | धान की खेती छोड़कर अन्य फसलों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करना |
राज्य | हरियाणा |
आवेदन प्रक्रिया | 2024 |
आधिकारिक वेबसाइट | https://agriharyana.gov.in/Default |
हरियाणा फसल विविधीकरण योजना 2024 का उद्देश्य
फसल विविधीकरण योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को धान की खेती छोड़कर अन्य फसलों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करना है। जिसमे किसानो कि फसलों को सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर भी खरीदा जाता है। धान की खेती में बहुत अधिक मात्रा में पानी का उपयोग होता है जिस कारण राज्य के कई जिलों में जल स्तर नीचे गिरता जा रहा है। इसी समस्या को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री जी ने फसल विविधीकरण योजना को शुरू करने का फ़ैसला लिया है। इस योजना से किसानों की आय में वृद्धि होगी और अन्य फसलें जैसे-मक्का, दलहन एवं तिलहन की फसलों को भी बढ़ावा मिलेगा| जिससे फसलो की पैदावार वढ़ेगी और राज्य का विकास होगा।
Haryana Crop Diversification Scheme के तहत प्रदान की जाने वाली प्रोत्साहन राशि
- वैकल्पिक फसलें जैसे-कपास, मक्का, दलहन, जवार, अरंडी, मूंगफली, सब्जी एवं फलों की खेती करने पर प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि – 7000/- रूपए
- मक्का की खेती करने पर 2400/- रुपए प्रति एकड़
- दलहन की खेती करने पर 3600/- रूपए प्रति एकड़ एवं अनुदान (लेकिन यह प्रोत्साहन और अनुदान राशि सरकार द्वारा केवल 5 एकड़ तक ही दी जाती है।)
- आने वाले दिनो मे इस योजना को 10 जिलों में 50 हजार एकड़ जमीन पर अपनाया जाएगा।
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Haryana Fasal Vividhikaran Yojana 2024 के लाभ
- राज्य में फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने एवं किसानों की आय में वृद्धि करने हेतु हरियाणा फसल विविधीकरण योजना का शुभारम्भ किया गया है।
- सरकार द्वारा किसानो को धान की फसल को छोड़कर अन्य दूसरी फसलों जैसे-कपास, मक्का, दलहन, जवार, अरंडी, मूंगफली, सब्जी एवं फल की खेती करने पर 7000/- रूपए प्रति एकड़ के हिसाब से किसानो को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
- इसके अलावा मक्का की खेती करने पर 2400 रुपए प्रति एकड़ और दलहन की खेती करने पर 3600 रूपये प्रति एकड़ का अनुदान भी प्रदान किया जायेगा।
- यह राशि लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
- राज्य के किसानों को धान की खेती छोड़कर अन्य कम पानी व कम लागत वाली फसलों की बुवाई करने के लिए प्रोत्साहन राशि देकर प्रोत्साहित किया जा रहा है।
- Haryana Crop Diversification Scheme के माध्यम से राज्य में विविध प्रकार की फसलों की बुवाई होगी। जिससे भूमि की उर्वरता शक्ति में विकास होगा।
- इस योजना के माध्यम से राज्य मे फसलो की पैदावार मे बढ़ोतरी होगी और किसानो की आय में भी वृद्धि होगी।
हरियाणा फसल विविधीकरण योजना 2024 की पात्रता
- आवेदक किसान को हरियाणा राज्य का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- आवेदक किसान होना चाहिए।
- पिछले वर्ष की खेती वाले धान के कम से कम 50% हिस्से में विविध फसलें लगानी होगी।
- किसन का बैंक का खाता आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए।
योजना के दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- कृषि योग्य भूमि के दस्तावेज
- पहचान पत्र
- मोबाइल नंबर
- बैंक खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
हरियाणा फसल विविधीकरण योजना 2024 की आवेदन प्रक्रिया
- सबसे पहले आवेदक को हरियाणा फसल विविधीकरण योजना की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा।
- वेबसाइट के होम पेज आपको फसल विविधीकरण के लिए पंजीकरण करे के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- उसके बाद आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जायेगा।
- रजिस्ट्रेशन फॉर्म में आपसे पूछी गई सभी जानकारी जैसे – आधार नंबर एवं अन्य विवरण भरें इसके बाद फॉर्म के अगले भाग में किसान की सभी जानकारी भरें।
- उसके बाद आपको भूमि से सम्बनधित जानकारी को दर्ज करना होगा।
- अब आपको फसल से सम्बंधित जानकरी दर्ज करनी होगी।
- अंत में सबमिट के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार आपकी Haryana Crop Diversification Yojana 2023 के तहत आवेदन कर सकते है।
Haryana Fasal Vividhikaran Yojana FAQs
हरियाणा फसल विविधीकरण योजना को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी के द्वारा शुरू किया गया है।
हरियाणा फसल विविधीकरण योजना का उद्देश्य किसानों को धान की खेती छोड़कर अन्य फसलों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करना है। जिसमे किसानो की फसलों को सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर भी खरीदा जाता है।
हरियाणा फसल विविधीकरण योजना के अंतर्गत धान की खेती को छोड़कर अन्य खेती खेती करने पर 7000 रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
इस योजना के अंतर्गत कपास, मक्का, दलहन, जवार, अरंडी, मूंगफली, सब्जी एवं फल की खेती करने पर प्रोत्सान राशि प्रदान की जाएगी।